क्षेत्रीय समाचार

भारतीय कृषि पत्रकारों को मिलेगा राष्ट्रीय मंच पर सम्मान – “SOMS कृषि-पत्रकारिता पुरस्कार 2025” की भव्य घोषणा

भारत की मिट्टी से निकली हर सच्ची कहानी, जो खेतों की पगडंडियों से होती हुई नीति निर्माण के गलियारों तक पहुँचती है, अब पाएगी अपना असली सम्मान। पहली बार, Soluble Fertilizer Industry Association (SFIA) द्वारा “SOMS कृषि-पत्रकारिता पुरस्कार 2025” की शुरुआत की गई है, जो देशभर के समर्पित, जमीनी और सजग कृषि पत्रकारों को राष्ट्रीय स्तर पर मंच और मान्यता देगा।

यह पुरस्कार उन पत्रकारों को समर्पित है, जिनकी लेखनी ने न केवल किसानों की आवाज़ को ऊँचाई दी है, बल्कि उन कृषि उद्यमियों की प्रेरक कहानियों को भी उजागर किया है जो नवाचार, तकनीक और समाधान आधारित सोच के ज़रिए किसानों को सक्षम बना रहे हैं।

आज जब मुख्यधारा की पत्रकारिता शहरी मुद्दों और तात्कालिक राजनीतिक घटनाओं की ओर झुक गई है, ऐसे समय में कृषि पत्रकारिता का महत्व और बढ़ गया है। यह पत्रकारिता न केवल किसानों की समस्याओं, सरकारी योजनाओं और तकनीकी नवाचारों को सामने लाती है, बल्कि खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और टिकाऊ खेती जैसे विषयों को भी समाज के विमर्श में शामिल करती है।

“SOMS कृषि-पत्रकारिता पुरस्कार” का उद्देश्य इस बदलते परिदृश्य में उन पत्रकारों को प्रोत्साहन देना है, जो खेतों, मंडियों और प्रयोगशालाओं की सच्चाइयों को अपने लेख, वीडियो और रिपोर्ट्स के माध्यम से सामने लाते हैं। ये वही लोग हैं जो किसानों और कृषि उद्यमियों की आवाज़ को नीति-निर्माताओं तक पहुँचाकर नीतियों को ज़मीनी सच्चाइयों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

SFIA के प्रेसिडेंट श्री राजीब चक्रवर्ती ने इस अवसर पर कहा:

“पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि समाज का प्रतिबिंब है। कृषि पत्रकारिता वह दर्पण है, जिसमें भारत का असली चेहरा दिखता है—एक ऐसा चेहरा जो मेहनत, नवाचार और आत्मनिर्भरता की मिसाल है। SOMS पुरस्कार उन पत्रकारों को समर्पित है जो खेत की मेड़ों से निकलकर किसानों और उन्हें सशक्त करने वाले कृषि उद्यमियों की आवाज़ को आगे बढ़ाते हैं। ऐसी लेखनी केवल समाचार नहीं, बल्कि परिवर्तन की नींव होती है।”

इस पुरस्कार के अंतर्गत प्रिंट, डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकार आवेदन कर सकेंगे, जो कृषि बीट पर काम कर रहे हैं। चयन प्रक्रिया तीन चरणों में होगी:

पहला चरण: पत्रकारों को अपने प्रकाशित लेख, डिजिटल लिंक या वीडियो रिपोर्ट्स के रूप में पोर्टफोलियो जमा करना होगा।

दूसरा चरण: चयनित प्रतिभागियों को SOMS सम्मेलन से पूर्व एक विशेष कृषि विषय पर रिपोर्टिंग का अवसर दिया जाएगा, जिसे वे लेख, पॉडकास्ट या वीडियो के रूप में प्रस्तुत करेंगे।

तीसरा चरण: SOMS 2025 के मंच पर प्रतिभागियों की प्रस्तुतियाँ साझा की जाएँगी और वहीं विजेताओं की घोषणा की जाएगी।

पुरस्कार स्वरूप,  ‘दमन-दीव टूर’

पुरस्कार स्वरूप, विजेता और प्रथम उपविजेता (फर्स्ट रनर-अप) को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, और विशेष रूप से एक दिन और एक रात का प्रेरणादायक ‘दमन-दीव टूर’ (Daman-Diu Tour) प्रदान किया जाएगा।

यह टूर केवल विश्राम का ही नहीं, बल्कि प्रकृति की गोद में सुकून पाने और दमन-दीव की जीवंत संस्कृति को करीब से समझने का एक दुर्लभ अवसर भी होगा। विजेता वहां की स्थानीय विरासत, भोजन, लोकजीवन और परंपराओं का अनुभव करते हुए अपने पेशेवर दृष्टिकोण को और समृद्ध कर सकेंगे। यह अनुभव SOMS पुरस्कार को केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि संवाद, प्रेरणा और सांस्कृतिक अभिवृद्धि का एक जीवंत मंच बना देगा।

कैसे करें आवेदन?

आवेदन करने के लिए Soluble Fertilizer Industry Association (SFIA) की वेबसाइट https://sfia.co.in पर जाकर SOMS पेज पर क्लिक करें यहाँ पर “SOMS कृषि-पत्रकारिता पुरस्कार 2025″पर रजिस्टर हेतु क्लिक करें, जिसमे एक गूगल फॉर्म भरे और सबमिट कर दें, इसके आलावा आप https://forms.gle/wzug1nSUzfAgqzjk9 सीधे इस लिंक पर जाकर भी आवेदन कर सकते है । ध्यान रहें आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है.  

SOMS 2025, एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है जो 4 और 5 जुलाई को आयोजित होगा और भारत में विशेष गैर-सब्सिडी वाले उर्वरकों—जैसे सॉल्युबल, ऑर्गेनिक, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और बायो-स्टिमुलेंट्स—पर केंद्रित होगा। सम्मेलन का उद्देश्य कृषि नवाचार, टिकाऊ खेती और वैश्विक गुणवत्ता के उत्पादों को बढ़ावा देना है।

“SOMS कृषि-पत्रकारिता पुरस्कार 2025” पत्रकारों की उस निष्ठा को सलाम है, जो कैमरे से दूर रहते हुए भी खेतों, किसानों और कृषि उद्यमिता की असली तस्वीर समाज के सामने लाते हैं। यह मंच न केवल उन्हें सम्मान देगा, बल्कि कृषि के भविष्य पर उनकी सोच को साझा करने का अवसर भी प्रदान करेगा।

क्योंकि जब कलम खेत और कृषि नवाचार की भाषा बोलती है, तभी देश की दिशा बदलती है। For more Information Visit www.sfia.co.in

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button