श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग सुन भाव-विभोर हुए श्रद्धालु
सूरत। धर्मनगरी सूरत में श्री सूरत सेवा समिति के तत्वाधान में तीन दिवसीय संगीतमय श्री कृष्णा कथा का भव्य आगाज शुक्रवार को सुबह 9 बजे कलश यात्रा से हुआ। श्री सालासर हनुमान मंदिर जलवंत टाउनशीप से कथा स्थल तक कलश यात्रा निकाली गई। पर्वत पाटिया स्थित श्री माहेश्वरी सेवा सदन में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत कथा रसिक व प्रखर वक्ता श्री कन्हैयालाल जी पालीवाल महाराज के श्रीमुख से कथा में महाभारत के और अन्य प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।
उन्होंने कहा कि भगवान और भक्त का अटूट नाता होता है भगवान अपने भक्तों की रक्षा करने को लेकर दिन और रात के समय का इंतजार नहीं करते हैं और तत्काल दौड़े आते हैं और वे भक्तों की रक्षा करते हुए उन्हें भवसागर को पार करवा देते है। अच्छे भाग्य के लिए सद्कार्य बहुत जरूरी है। मनुष्य को अपने सांसारिक जीवन में भौतिक सुखों के साथ-साथ हाथ से अच्छे कार्य एवं मुख से भगवान के नाम का जप करना चाहिए। कथा पर प्रकाश डालते हुए भक्तों को बताया कि हमें भगवान की समर्पण भाव से भक्ति होनी चाहिए। इसके साथ ही अनेक दृ@टांतों को समझाया। कथा सुनने के लिए सूरत के कई इलाकों से भक्त आए। भक्तों ने भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के बधाई गीत नंद घर आनंदभयो जय कन्हैयालाल की पर भाव विभोर होकर नृत्य किया। चाकलेट, गुब्बारे, टॉफियां सहित विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की उछाली।
श्री सूरत सेवा समिति के जगदीश कोठारी ने बताया कि भव्य कथा का वाचन दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक किया जाएगा। धर्मप्रेमी भक्तों के लिए प्रभु प्रेमी महाराज के साथ सुप्रसिद्व भक्ति संगीत कलाकार के अलावा मनमोहक झांकी विशेषक भी अपनी शानदार प्रस्तृति पेश करेंगे। हर रोज सांवरिया सेठ का खजाना खोला जाएगा। जिसका कुपन कथा स्थल पर मिलेगा।