हाउसिंग सेक्टर के बूस्टर के लिए क्रेडाई द्वारा वर्चुअल प्रोपर्टी फेस्ट 2020 का आयोजन
22 अक्टूबर से होगा आरंभ, 360 वर्चुअल स्टोर होंगे फेस्ट में
सूरत : शहर के रीयल एस्टेट सर्वांगी विकास की गाथा तथा शहर के हाउसिंग सेक्टर मांग को पहुंचने के लिए शहर का निर्माण जगत का संगठन – क्रेडाई-सूरत दिनांक- 22-10-2020 से 30-10-2020 तक आप के समक्ष लेकर आ रहा है वर्च्युअल प्रोपर्टी फेस्ट-2020
कोविड-19 पेन्डेमिक के कारण सरकार सार्वजनिक किए एसओपी को ध्यान में लेकर क्रेडाई-सूरत ने इस साल सार्वजनिक प्रदर्शन प्रोपर्टी फेस्ट मुलतवी रखने का तय किया है फिर भी समय की मांग, लोगों के मन की बात तथा घर की जरूरत को पहुंचने के लिए वर्च्युअल प्रोपर्टी फेस्ट का आयोजन किया है।
क्या होगा यह प्रोपर्टी फेस्ट में??
अपनी उंगली पर अपना कम्प्यूटर या मोबाईल द्वारा यह प्रदर्शन में आप प्रवेश कर सकेंगे । प्रोपर्टी फेस्ट की एन्ट्री गेट पर फिल्टर का उपयोग कर आप अलग-अलग जोन जैसे कि अडाजन जोन, वेसु जोन, उधना जोन, वराछा जोन इत्यादि में प्रवेश कर सकेंगे। माईक्रो फिल्टर्स का उपयोग से शहर में अपनी जरूरत के मुताबिक रेसिडेन्सियल फ्लेटो, वीला, ओफिस या दुकानों या अन्य प्रोपर्टी के साथ के प्रोजेक्ट का लिस्ट देखने सीधा प्रवेश मिल सकेगा।
360 वर्च्युअल स्टोल में आप शहर के जाने माने बिल्डर्स के स्टोल में प्रवेश कर उसके प्लान, डीजाईन, वोक थ्रु देख सकेंगे तथा डाउनलोड कर सकेंगे। स्क्रीन पर आपने बिल्डर्स का प्रोफाईल, वोट्सएप चेट, फोन कोल जैसी सुविधाओं प्राप्त हो सकेगी। यानि कि आधुनिक टेक्नोलोजी के माध्यम की तरह आप शो में रूबरू संपर्क लोगे इस तरह का अनुभव होगा।
सूरत महानगरपालिका के स्टोल में आप सूरत में तैयार इन्फ्रास्ट्रक्चर व भविष्य में साकार होने वाले प्रोजेक्ट देख सकोगे।
वर्च्युअल फेस्ट के ओडिटोरियम में आप अपने फूर्सत के समय में लिस्ट में से निर्माण व्यवसाय से लागु अलग-अलग विडियो देख सकोंगे। जिसमें शहर के नामांकित व्यक्ति विशेषश्रीयों और अलग अलग विषयों के तजज्ञो के साथ चर्चाएं और वक्तव्य सुनने का भी लाभ मिलेगा। इस फेस्ट में सूरत शहर का विकास और शहर से लागु सभी जानकारी सूरत शहर के नहीं किन्तु देश और दुनियाभर के लोग लाभ लेकर देख सकेंगे।
सूरत क्रेडाई के सभी सदस्यों की ओर से संस्थान के होद्देदारो आप सब इस वर्च्युअल प्रोपर्टी फेस्ट में अंतःपूर्वक आमंत्रित है।
प्रोपर्टी खरीदने के लिए एक कहावत है – “अभी नहि तो कभी नहि”, रह नहीं जाना ।