- पुणे की इंडोटेक इंडस्ट्रियल सोल्युशन्स प्रा. लि. का आविष्कार
- आईसीएमआर प्रमाणित डिवाइस सूरत में लॉन्च
सूरत। कोरोना वाइरस से सुरक्षा के लिए अब कोरोना किलर डिवाइस हमारे बीच है। पुणे की इंडोटेक इंडस्ट्रियल सोल्युशन्स प्रा.लि. ने इस डिवाइस का आविष्कार किया है, जिसे आईसीएमआर ने भी प्रमाणित किया है। अब यह डिवाइस सूरत में भी उपलब्ध है।
सूरत में डिवाइस लॉन्चिंग के अवसर पर कंपनी के अधिकारी समीर भाई ने बताया की पुणे के उद्यमी भाऊसाहेब जंजिरे ने यह आविष्कार किया है और इस तरह का यह देश का पहला डिवाइस है, जो कोरोना समेत के वाइरस और बैक्टीरिया को हवा में ही मार देता है।
यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो आइनाईजेशन उत्पन्न करता है और फिर हवा के जरिए सर्क्युलेट होकर आवरण में जो वाइरस और बैक्टीरिया होते है उन्हें मार देता है। कोरोना वाइरस को भी यह डिवाइस खत्म कर देता है। इसे किसी भी बंद परिसर में इस्तेमाल किया जा सकता है। घर, अस्पताल, स्कूल, गाड़ी, हवाई जहाज, प्रयोगशाला, क्वारनटाइन सेंटर, कारखाना, मंदिर आदि जगह पर इसका उपयोग किया जा सकता है।
डिवाइस को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने भी प्रमाणित किया है। पुणे की नायडू अस्पताल ने भी डिवाइस को सफल मानते हुए प्रमाणपत्र दिया है। कंपनी फिलहाल रोजाना 200 डिवाइस का निर्माण कर रही है और आगामी दिनों में रोजाना 700 डिवाइस निर्माण करने का लक्ष्य है। जिससे देशभर में इसे पहुंचाया जा सके।
ऐसे काम करता है डिवाइस :
कोरोना किलर डिवाइस 230 वोल्ट, सिंगल फेज इलेक्ट्रिक सप्लाय पर काम करता है। यह प्लग और प्ले डिवाइस है, उसमें अन्य कोई रसायन की जरूरत नहीं होती और बिजली भी कम खर्च होती है। कोरोना किलर जहां रखा जाता है उसके आसपास की हवा में मौजूद सकारात्मक और नकारात्मक आयनों के मिश्रण में घूमता है। आयनों का एग्जोस्ट मिश्रण उपकरण के अंदर मौजूद एग्जोट फेन के जरिए आसपास की हवा में फैलता है। जब यह प्रक्रिया शिल आयन वाइरस के संपर्क में आते है , तब वह कोरोना वाइरस के आर एन ए के संपर्क में आते है और कोरोना वाइरस के बाह्य अंग को तोड देते हैं। कोरोना वाइरस को निष्क्रिय करने की आयनों की यह कार्यक्षमता पुणे की आईसीएमआर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी द्वारा प्रमाणित है।